राजसमंद : नाथद्वारा की बेटी जिगिशा जोशी का नाम तो सुना ही होगा जिसे मेवाड़ी बाई के नाम से जाना जाता है। आज हम आपको जिगीशा जोशी की जीवन शैली के बारे में बताएंगे जिगिशा का जन्म मध्यम परिवार में हुआ था उनकी माता शिक्षिका थी।वे अपनी कमाई के पैसों से जिगिषा को एक अच्छे स्कूल में पढ़ने के लिए भेजा करती थी लेकिन जिगिशा का पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं था उनकी मां चाहती थी की बेटी पढ़ लिखकर सरकारी नोकरी लगे।पढ़ाई में बिल्कुल भी ध्यान नहीं होने के कारण जिगिशा लगातार फेल होने लगी कक्षा 8में फेल हो गई तो उन्होंने सोचा की यदि मां को पता चलेगा की मैं फेल हो गई तो उन्हे अच्छा नहीं लगेगा इसलिए उन्होंने मां से झूठ बोलने का निश्चय कर लिया और घर आकर मां को मार्क्स बड़ाकर बता दिए कक्षा 9 व 10 में जैसे तैसे पास हुई लेकिन कक्षा11 में पढ़ते समय स्कूल प्रिंसिपल ने बोल दिया की आपको 10 दिन में स्कूल से निस्कासित कर दिया जायेगा । जिगिशा ने प्रिंसिपल से बहुत अपील की ,कि मुझे स्कूल से मत निकालो लेकिन प्रिंसिपल नहीं मानी। जिगिशा बहुत घबरा गई वो मां को भी जाकर नही बताई की उसे स्कूल से निकाला जा रहा है।जब 10 दिन पूरे हो गए तब जिगिशा ने मां से बताया की मुझे स्कूल से निकाला जा रहा है मेने आपसे झूठ बोला था मैं लगातार फेल हो रही थी आपको नंबर बढ़ाकर बताती थी। यह बात सुनकर मां बहुत दुखी हुई उन्होंने कहा जिगिशा आपने मुझे धोखा दिया है। जिगिशा की मां जिगिशा को लेकर स्कूल गई वहा उन्होंने बहुत विनती की मेरी बेटी को स्कूल से मत निकालो अब सत्र के बीच में अब कोई भी स्कूल इसका एडमिशन नहीं लेगा,लेकिन प्रिंसिपल नहीं मानी ।
प्रिंसिपल ने जिगिशा की मां से कहा की हम आपको एक ऐसी फेक डिग्री बना कर दे देंगे जिससे जिगिशा का एडमिशन हो जायेगा।उन्होंने डिग्री बना दी बाद में एक स्कूल में जिगिशा को एडमिशन मिला जब मां ने कहा की जिगिशा या तो पढ़ लेना नहीं तो अब तेरी शादी करवा दूंगी।"एक दिन दुखी होकर मां ने जिगिशा को बोल दिया की तो ना होती तो अच्छा होता" ।
जिगिशा का पढ़ाई में मन बिल्कुल भी नही था।कॉलेज की पढ़ाई करते समय एक महिला प्रोफेसर ने जिगिशा का टेलेंट देखकर उन्हें मंच पर भेजा जिगिशा अवार्ड जीतकर लेकर आई जिगिशा जब भी मंच पर गई हर बार अवार्ड लेकर आई।
फिर जिगिशा पर विश्वास होने लगा की यह कुछ अलग कर सकती है
अब जिगिशा मेवाड़ी भाषा में वीडियो बनाती है।जिगिशा मेवाड़ी भाषा को आगे बढ़ा रही है।आज संपूर्ण मेवाड़ जिगिशा पर गर्व करता है। जिगिशा को मेवाड़ी बाई के नाम से जाना जाता है।
आज मां जिगिशा पर गर्व करती है।
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