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लालकृष्ण आडवाणी को मिलेगा भारत रत्न, PM मोदी ने खुद किया ऐलान

 

Lal Krishna Advani को Bharat Ratan देने की जानकारी खुद PM Narendra Modi ने दी है. उन्होंने और क्या-क्या बताया?


लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) को भारत रत्न (Bharat Ratan) सम्मान देने का ऐलान किया गया है. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने खुद ये जानकारी दी है. उन्होंने शनिवार, 3 फरवरी को सोशल मीडिया पर इस बारे में एक पोस्ट लिखा. इसमें PM मोदी ने बताया, ‘मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. मैंने उनसे बात की और उन्हें यह सम्मान दिए जाने पर बधाई दी.’(Lal Krishna Advani to be conferred Bharat Ratna)
PM Modi ने क्या-क्या बताया?

PM Modi ने लिखा,

'हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, लालकृष्ण आडवाणी जी का भारत के विकास में अविस्मरणीय योगदान रहा है. उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है. उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई. उनके संसदीय कार्य हमेशा अनुकरणीय हैं.'

पीएम मोदी ने आगे लिखा,

'सार्वजनिक जीवन में आडवाणी जी की दशकों लंबी सेवा को पारदर्शिता और अखंडता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के रूप में जाना जाता है, जिसने राजनीतिक नैतिकता में एक अनुकरणीय मानक स्थापित किए. उन्होंने राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक पुनरुत्थान को आगे बढ़ाने की दिशा में शानदार प्रयास किए हैं. उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है मैं इसे हमेशा अपना सौभाग्य मानूंगा कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनसे सीखने के अनगिनत अवसर मिले.'

hhttps://x.com/narendramodi/status/1753660421809066495?s=20

बता दें कि इससे पहले ‘जननायक’ नाम से विख्यात बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को केंद्र सरकार ने मरणोपरांत भारत रत्न देने का ऐलान किया गया था. (Karpuri Thakur Bharat Ratna). कर्पूरी ठाकुर की जयंती 24 जनवरी को पड़ती है. इससे एक दिन पहले ही सरकार ने ये ऐलान किया था.

BJP के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी इस समय 96 साल के हो गए हैं. 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में उन्हें शामिल होना था. लेकिन, समारोह से कुछ घंटे पहले ही आडवाणी की तरफ से बताया गया था कि ज्यादा ठंड होने के कारण उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में ना जाने का फैसला किया है.

Lal Krishna Advani का राजनीतिक सफर संक्षेप में

• आडवाणी के राजनीतिक करियर की शुरुआत 1942 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वालंटियर के तौर पर हुई थी. 
• आडवाणी 1970 से 1972 तक जनसंघ की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष रहे. 1973 से 1977 तक जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे. 
• 1970 से 1989 तक वे चार बार राज्यसभा के सदस्य रहे. इस बीच 1977 में वे जनता पार्टी के महासचिव भी रहे. 
• 1977 से 1979 तक वे केंद्र में मोरारजी देसाई की अगुआई में बनी जनता पार्टी की सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहे. 
• वे 1986-91 और 1993-98 और 2004-05 तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे. 1989 में वे 9वीं लोकसभा के लिए दिल्ली से सांसद चुने गए. 
• 1989-91 तक वे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे. 1991, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 में वे गांधीनगर से लोकसभा सांसद चुने गए. 
• 1998 से लेकर 2004 तक एनडीए सरकार में गृह मंत्री रहे. वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 2002 से 2005 तक उप प्रधानमंत्री भी रहे. 
• 2015 में उन्हें देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया.

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