दफनाई गई जगह पर खाता था खाना, 2 दिन तक गांव में बेधड़क घूमता रहा.....
सनकी बेटे ने बुजुर्ग पिता के सर पर लाठी मारकर हत्या कर दी। बुजुर्ग पिता की गलती बस इतनी थी कि उसने बेटे से पेट में दर्द होने की बात बताई। वारदात के बाद बेटा अपने पिता के पास ही बैठा रहा। रात को लोगों के सोने के बाद घर के एक कोने में गड्ढा खोदकर पिता के शव को दफना दिया। लोगों को इसका भनक न लगे इसके लिए इसके लिए शव दफनाए हुए जगह पर मिट्टी का लेप भी कर दिया। मामला डूंगरपूर कोतवाली इलाके का है।
पिता के सर पर किया हमला..
बलवाड़ा सामीतेड फला गांव के रहने वाले राजेंग बरंडा (60) को उसके बेटे ने ही मार डाला। 19 मार्च की शाम को चुन्नीलाल बरंडा (30) और पिता राजेंग घर पर थे। राजेंग ने बेटे से कहा कि पेट में दर्द हो रहा हैं। तेरी मॉ भी नहीं है। मैं जीना नही चाहता हूं। पिता की ये बाते सुनकर बेटे ने घर मे पड़ा लट्ठ उठाया और पिता के सर पर मार डाला। राजेंग एक ही लट्ठ में ढेर हो गए। पिता के मौत के बाद भी बेटे को दया नहीं आई। बेटे शव के पास ही बैठा रहा। बेटे के आंख से आंसू तक नहीं आए।
शव को घर में ही दफनाया..
बेटे ने देर रात को घर के एक कोने में 4 फीट का गड्ढा खोद कर पिता के शव को गड्ढा में डाल दिया। इसके बाद गड्ढे को वापस भरकर मिट्टी का लेप कर दिया ताकी लोगो को भनक न लगे।
हत्या करने के बाद भी घुमता रहा बेधड़क..
चुन्नीलाल पिता की हत्या करने के बाद भी 2 दिनों तक गांव वेखौफ घुमता रहा। गांव में किसी से भी ऐसे मिलता जैसे की कुछ हुवा ही न हो। उस घर में वह अकेले रहता था खाना बनाता था और पिता की शव जिस जगह पर दफनाई थी उसी जगह पर खाना खाता था।
गड्ढा खोदकर खोदकर शव को बाहर निकाला..
2 दिन तक पिता के नहीं दिखाई देने पर बड़े बेटे पप्पू और दिनेश ने अपने भाई चुन्नीलाल से पूछताछ की। शुक्रवार को गुजरात में मजदुरी करने वाला भाई प्रकास भी आ गया। भाईयों के पूछने पर पिता की हत्या की बारदात बताते समय भी उसके चेहरे पर शिकन तक नहीं पड़ी। ईशारों में ही पिता को मारकर गड्ढे में दफनाने की बारदात बता दी।
बिमारी की बात सुनते ही उग्र हो जाता..
चुन्नीलाल बीए, बीएड है। पर पिता के बार-बार बीमारी की बात सुनकर उग्र हो जाया करता था। चुन्नीलाल, राजेंग के तीसरे नंबर का पुत्र था। छोटा बेटा प्रकाश और मां गुजरात में रहते थे, जबकी बड़े बेटे पप्पू और दिनेश बरंडा पास ही दुसरे घर में रहते थे।
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